आजमगढ़ के डीआईजी को ट्रांसफर

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ रेंज में आने वाला मऊ में सोमवार शाम को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने जाेरदार विरोध-प्रदर्शन किया। योगी सरकार ने हिंसा के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए आजमगढ़ के डीआईजी मनोज तिवारी को उनके पद से हटा दिया है। हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि मनोज तिवारी छुट्टी पर हैं और इसी वजह से उन्हें हटाया गया है। दरअसल,प्रदर्शनकारियों के पुलिस पर पथराव करने के बाद पुलिस ने फायरिंग शुरु की और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। हालांकि पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया था और इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।


योगी ने जमकर लगाई फटकार


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जैसे ही हिंसा की खबर मिली उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जिला अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस से बातचीत की। सीएम ने दोनों को जमकर फटकार लगाई। इसके अलावा सहारनपुर और वाराणसी के डीएम को भी सीएम ने डांट लगाई है। सीएम के मुताबिक प्रशासन और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी कानून का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं है।


19 उपद्रवियों की गिरफ्तारी


जानकारी के मुताबिक वीडियो के आधार पर पुलिस द्वारा 19 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की गई है। वहीं दूसरी ओर आठ संदिग्‍धों को भी गिरफ्तार किया है। एसपी अनुराग आर्य ने कहा कि उपद्रवियों के ऊपर एनएसए तक की कार्रवाई की जाएगी। मामला नगर कोतवाली के मिर्जा हादिपुरा चौक का है जहां विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों ने अचानक पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को भी जवाबी कार्रवाई करते हुए हवाई फायरिंग के साथ आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने पत्रकार और पुलिस के एक दर्जन वाहनों में आग लगा दी। हालात बिगड़ने पर और पुलिस बल को बुलाया गया। मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि जामिया यूनिवर्सिटी मामले के समर्थन में प्रदर्शन करने के लिए हाजीपुर इलाके में कुछ लोग इकठ्ठा हुए थे